महचाना का बाबा बनखंडी धाम
महचाना गांव में स्थित बाबा बनखंडी धाम लोगो की आस्था का केंद्र है। सावन के महीने में बाबा बनखंडी मंदिर में स्थित शिवालय में भक्तो का ताँता लगा रहता है। लगभग दो सौ साल पुराने स्थल पर लोगो का अटूट विश्वास है और लोगो की मान्यता है की बाबा बनखंडी मंदिर में मांगी गयी मन्नत हमेशा पूर्ण होती है। और हजारो वृक्षों से घिरी इस तपस्थली में पहुंच कर मन तो अत्यंत शांति की अनुभूति होती है। बाबा बनखंडी मंदिर के साथ लगते लगभग 15 एकर क्षेत्र पर सत्तर हजार से ज्यादा वृक्ष लगे हुए है जो इस स्थल के आकर्षण का मुख्या बिंदु है।
बाबा बनखंडी मंदिर, उद्यान
स्थल का इतिहास - लगभग 200 वर्ष पूर्व बाबा बनखंडी महाराज ने यहां एक नीम के पेड़ पर झूला डाल रखा था और उसपर हाथ रख के खड़े होकर यहां तपस्या की थी। बाबा का धुना आज भी यहां मौजूद है।बाबा ने जहां समाधि ली वहां पहले एक छोटी सी मंढी थी।पिछले 20 वर्षो में मंदिर परिसर का विकास हुआ और बाबा के सेवकों ने इस कड़ी में मंढी को भव्य मंदिर का रूप दिया। साथ ही यहां महादेव,बजरंग बली,गणेश भगवान व विष्णु भगवान के मंदिर स्थापित करा दिए।
16 अक्टूबर 2023 को धुना चैतन्य करते महेश्वरानंद महाराज
मंदिर की विशेषता - बाबा बनखंडी की तप व समाधि स्थली यह स्थान लगभग 70000 भिन्न भिन्न तरफ के फूल,फल व छायादार पेड़ों से घिरा है।बाबा बनखंडी महाराज का एक मंदिर दिल्ली कंपनी बाग व दूसरा बहरोड़ में है जिसकी लिए भक्त यंही से मिट्टी लेकर गए और वहां मंदिर का निर्माण किया।परिसर में स्थित तालाब का निर्माण बाबा बनखंडी ने स्वयं कराया था।अमावस्या और मंगलवार वाले दिन श्रद्धालुओं का ताता पुरे दिन मंदिर परिसर में लगा रहता है। सावन की शिवरात्रि पर हर वर्ष यहां भव्य भंडारे व जागरण का आयोजन होता है जिसमे बड़ी संख्या में लोग शामिल होते है।
बाबा बनखंडी मंदिर की बाह्य भव्यता का चित्र
बाबा बनखंडी मंदिर कैसे पहुंचे - बाबा बनखंडी मंदिर महचाना, गुरुग्राम जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में स्थित है। नजदीकी रेलवे स्टेशन पटौदी रोड या पटौदी व फर्रूखनगर बस स्टैंड से मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।यह मंदिर पटौदी से फर्रूखनगर वाया महचाना जाने वाले रास्ते पर स्थित है।
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बनखंडी बाबा मंदिर तालाब
बाबा बंखंडी मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि गाँव महचाना की सांस्कृतिक धरोहर और पहचान भी है। यह स्थान ग्रामीण जीवन की सरलता और भक्ति की गहराई का सुंदर संगम प्रस्तुत करता है।
बाबा बनखंडी की मंढी
महादेव देव बाबा की मूर्ति व् शिवलिंग